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समाज में जो भी मूकबधिर, मानसिक विमंदित, नेत्रहीन या किसी भी तरह के दिव्यांगजन है वे तिरस्कार एवं घृणा के पात्र नहीं है। हमें उनके साथ मानवीय व्यवहार करना चाहिए और यह मानवीय व्यवहार है, उन्हें शिक्षित करना एवं समाज की मुख्य धारा से जोड़ना |
To give free education and training to hearing Impairment, Mental Retardation and Visual Impairment Students.
To give special education and training by trained and special teacher by scientific method.
जिस प्रकार हम लाखों मंदिर और मस्जिद बनाते हैं एवं बनाते आ रहे हैं, उनको बनाने से जितना पुण्य लाभ नहीं मिलता उतना इन निर्धन दिव्यांग एवं निर्मलो बच्चों के लिए विकास हेतु दान पुण्य करना महान पुण्य कार्य होता है। भगवान की सेवा पूजा मात्र से ही भगवान या भगवान के दर्शन नहीं मिलते। इन भगवान रूपी दिव्यांग एवं निर्मल बच्चों को विभिन्न प्रकार से सेवा सहायता करके हम ईश्वर को प्राप्त कर सकते हैं।
दिव्यांग छात्र छात्राओं को निःशुल्क शिक्षण एवं विशेष प्रशिक्षण।नेत्रहीन बालक को को विशेष शिक्षक के द्वारा ब्रेल लिपि में शिक्षण व प्रशिक्षण।मुक बधिर बालको को साइन लैंग्वेज में शिक्षण व प्रशिक्षण।
To give free Food to all Students.
मुक बधिर मानसिक विमंदित एवं नेत्रहीन दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क आवासीय सुविधा।
मारवाड क्षेत्र के लिए मानसिक विमंदित, मुक बधिर एवं दृष्टिहीन छात्र छात्राओं को मनोवैज्ञानिक पद्धति पर आधारित शिक्षण एवं प्रशिक्षण प्रदान करना। व्यवसाय प्रशिक्षण देकर पुनर्वास करना। दिव्यांग के प्रति समाज में जागरूकता लाना।समाज की मुख्यधारा से इन्हें जोड़ना। उनमें स्वावलंबन, आत्मनिर्भरता एवं जीविकापार्जन की क्षमता विकसित करना।
dciedssbk@gmail.com
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